भारतीय पांच सितारा होटलों में अमूर्त आतिथ्य: आत्मीयता के माध्यम से विश्वस्तरीय सुविधाएं!
सवाल उठता है, क्या आपने कभी विचार किया है कि भारतीय 5-स्टार होटलों की सुविधाओं की बात की जाती है, तो आमतौर पर हमें स्विमिंग पूल्स, स्पा, जिम्स और भव्य बनक्वेट हॉल याद आते हैं, लेकिन कहीं जीवन की इन बातों में वास्तविक 'आतिथ्य' खो तो नहीं गया? तो आइए भारत के कुछ चयनित 5-स्टार होटलों में अमूर्त आतिथ्य की गहराई तक जानने का प्रयास करते हैं।
आतिथ्य: एक भारतीय संस्कृति
आतिथिदेवो भवः, भारतीय संस्कृति में यह एक महत्वपूर्ण मान्यता है। 5-स्टार होटलों का यही लक्ष्य होता है कि उनके आतिथिगण एक आत्मीय स्वागत का हिस्सा महसूस करें।
इतना ही नहीं, इन होटलों की सबसे खास बात यह है कि वे आपके खान-पान, आवास और मनोरंजन की हर जरूरत को पूरा करने की कोशिश नहीं करते, बल्कि वे आपको घर की तरह महसूस कराते हैं। ट्रेंड: अमूर्त आतिथ्य के नए मायने
इन दिनों, भारतीय 5-स्टार होटलों में अमूर्त आतिथ्य के नए मायने खोजे जा रहे हैं। यदि किसी होटल की सर्विस एक्सीलेंस लागत है, तो वह उसके अद्वितीय रूप से यात्री की पहचान करने की क्षमता है।
विवेकानंद का सुंदर उद्धरण है, 'जब आप किसी का अतिथि होते हैं, तो वह आपका और आपका होता है।' होटलियरी इसी आदान-प्रदान की संभावनाओं को चाहती है। ध्यान देने की बात, व्यक्तिगत छुआओ का जोर!
यह परियोजना से अधिक है, यह एक भावना है। क्या आपके होटल स्टेफ ने कभी आपके बर्थडे के लिए आपको स्पेशल ट्रीटमेंट दिया है? क्या आपके आगमन पर आपके लिए विशेष आपत्तिपूर्वक तैयार करने के लिए आपका पसंदीदा स्नैक प्रदान किया गया था? यदि आपने 'हां' कहा, तो आपने भारतीय 5-स्टार होटलों की अमूर्त आतिथ्य का स्वाद चखा है।
मैं उम्मीद करता हूं कि यह ब्लॉग पोस्ट भारतीय 5 स्टार होटलों के अमूर्त आतिथ्य के बारे में थोड़ा सा अधिक समझ देने में सहायक होगा। आपके होटल अनुभव में कोई ख़ास बात हो, हमें ज़रूर बताएं। तभी तो मज़ा आएगा!