क्या आपने कभी सोचा है कि जयपुर के ऐतिहासिक शौर्य और रंगीनियत को संगीत की दुनिया से कैसे जोड़ा जा सकता है? संगीत जो हमारी भावनाओं को छू लेता है, वही संगीत जब जयपुर के प्रसिद्ध 5-सितारा होटलों की शाही दीवारों में गूँजता है, तो एक अद्वितीय और मोहक अनुभव जन्म लेता है। तो चलिए, आज हम भारत के इन विशिष्ट आतिथ्य गृहों में संगीत की विलक्षण जादूगरी के सफर पर निकलते हैं।
मान लीजिए आप जयपुर आते हैं, और ठहरते हैं एक ऐसे होटल में जहाँ आपके स्वागत में राजस्थानी लोक संगीत की मधुर तानें बिखेरी जाती हैं। आपके कदम उठते हैं, और संगीत के सुरों के साथ कदमताल करते हुए होटल की लॉबी में प्रवेश करते हैं। हर कोने में झलकती है राजस्थान की पारंपरिक कला और उसी के संगमित वैश्विक स्वरूप की दुमंज़िला झलकि। क्या विस्मयकारी दृश्य नहीं होगा यह?
अपनी मजाकिया टोपी पहनते हुए, मैं मजाकिया ढंग से कहूँगा कि बिना संगीत के जीवन जैसे गोलगप्पे बिना पानी के। संगीत की यह कला, जो अपने आप में एक महान संस्कृति की आवाज है, जब पांच सितारा लक्जरी की चारदीवारी में मिलती है, तो वाकई में जादू छाजता है। जयपुर के होटलों में, आपको इस जादू को अनुभव करने का मौका मिलेगा- राजसी वातावरण में सराबोर होकर।